तिथि का आरम्भ, वार का आरम्भ तथा दिन का आरम्भ उस स्थानपर् सूर्योदय से होता है। अँगरेजी तारीख का आरम्भ आधी रात से होता है। अँगरेजी वर्ष जनवरी से आरम्भ होता है।
विक्रम सम्वत् का आरम्भ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होता है।
मास का आरम्भ कृष्ण प्रतिपदा से होता है। पक्ष का आरम्भ प्रतिपदा से होता है।
वार का आरम्भ रविवार से होता है।
दिन का आरम्भ सूर्यदय से होता है।
रात्रि का आरम्भ सूर्यस्त से होता है।
‘करण’ का आरम्भ कृष्ण पक्ष प्रतिपदा में ‘बालव’ से तथा शुक्ल पक्ष प्रतिपदा में ‘किंस्तुध्न’ से होता है।
राशियों का आरम्भ मेष राशि के शून्य अंश से होता है।
योग का आरम्भ ‘विष्कम्भ’ योग से होता है।
उत्तरायण का आरम्भ मकर राशि से तथा दक्षिणायन का आरम्भ कर्क राशि से होता है।
संवत्सर का आरम्भ ‘प्रभव’ से होता है।
काल का आरम्भ ‘परमाणु’ या ‘त्रुटि’ से होता है।
युग का आरम्भ सत्ययुग से होता है।
मन्वन्तरों का आरम्भ स्वायम्भुव मनु से होता है।
ऋतुओं का प्रारम्भ बसन्त से होता है।
(गीता प्रैॅस द्वारा प्रकाशित कल्याण पत्रिका से लिया गया)